रविवार, 26 मार्च 2017

बिजली चोरी के 12 तरीके लगा रहे हैं बिजली विभाग को बड़ी चपत

 बिजली चोरी के 12 तरीके लगा रहे हैं बिजली विभाग को बड़ी चपत
 बिजली चोरी को रोकने के लिए पहले मेनुअल मीटर में होने वाली छेड़छाड़ को खत्म करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक मीटर लगाए गए हैं लेकिन बिजली चोरों ने इलेक्ट्रॉनिक मीटर का भी तोड़ निकाल लिया है बिजली चोरी करने वालों को शायद इस बात की जानकारी नहीं है लेकिन अगर बिजली चोरी में पकड़े जाते हैं तो उन्हें मौजूदा बिल के साथ समन शुल्क जो की लोड पर आधारित है और अधिभार जो की अवर अभियंता के द्वारा लगाया जाता है जिसे विभाग के बाबू तैयार करते हैं           amazon.in 
1. रिमोट-- बिजली चोरी के लिए एक उपभोक्ता ने खिलौने के रिमोट से मीटर को कंट्रोल करता है ऐसे मैं जब भी बिजली विभाग के अधिकारी चेक करने आते थे वह रिमोट से मीटर चला देता था रिमोट tv का भी होता है
2. इंजेक्शन से मीटर को जमा करके-- इंजेक्शन के जरिए मीटर की स्क्रीन में एसिड डाल कर इस स्क्रीन को खराब कर देती थे जिसके चलते औसतन बिल विभाग की ओर से उपभोक्ता को भेजा जाता है    amazon.in
3. रजिस्टेंस लगाकर होती है बिजली चोरी-- मीटर में रजिस्टेंस लगाकर बिजली चोरी का तरीका काफी पुराना है लेकिन इसका प्रयोग करके लोग आज भी मीटर को धीमा करते हैं                 amazon.in
4. क्रिस लिन और पानी डाल कर पुश बटन को जाम कर देते हैं-- पुश बटन में ग्रीस लिंग और पानी डालकर उस बटन को जाम कर दिया जाता है जिसके जरिए मीटर खुल नहीं पाता था और डिस्प्ले के साथ छेड़छाड़ सामने नहीं आती है                             amazon.in
5. एक्स-रे चिप लगाकर करते हैं बिजली चोरी-- मीटर में एक्स-रे चिप के जरिए मीटर को काफी धीमा कर दिया जाता है जिससे बेल कम आता है
6. कटिया डालकर बिजली चोरी-- कटिया डालकर बिजली चोरी काफी पारंपरिक तरीका है जो आज भी कई इलाकों में अपनाई जाती है और यह abc केबल में मीटर से पहले दो पिन लगा कर या दो कीले लगाकर कटिया चलाते हैं                                  amazon.in
7. मीटर के साथ टेंपरिंग करके-- मीटर को अक्सर लोग क्षतिग्रस्त कर उसे बंद कर देते हैं बाद में उसे बदलने की अपील करते हैं जिसके बाद बिजली बिल काफी दिनों तक औसत के आधार पर दिया जाता है
8. विभाग के कर्मचारियों से मिलीभगत करके बिजली विभाग के अधिकारी कुछ पैसे की लालच में मीटर को सीलिंग में डाल देते हैं जिसके बाद बिल औसत के आधार पर आता है                amazon.in      
 9.चुंबकीय जरिए अभी भी कई इलाके ऐसे हैं जहां इलेक्ट्रॉनिक मीटर नहीं लगे हैं वहां चुंबक के जरिए मीटर को धीमा किया जाता है उदाहरण के लिए काले मीठा और और भी                        amazon.in
10. अर्थ के तार को काटकर होती है चोरी-- मीटर में लगने वाले अर्थ के तार को काटकर बीच में डिवाइस लगा दी जाती है ऐसे में मीटर की रेडिंग नहीं बढ़ती है
11. मीटर में रीडिंग छोड़ कर-- बिजली विभाग के कर्मचारी कुछ पैसे की लालच में मीटर में रीडिंग छोड़ देते हैं और उपभोक्ता से कुछ पैसे लेकर मीटर को क्षतिग्रस्त कर देते हैं या बदल देते हैं
12. मीटर को IDF,CNF कर कर-- मीटर से 30, 35 यूनिट का बिल निकालने के बाद उसे IDF कर दिया जाता है बिजली कर्मचारियों के द्वारा जिसका बिल अधिक हो जाता है उसे अपने क्षेत्र से हटाकर दूसरे के क्षेत्र में डाल देते हैं जिससे बिल उनकी मशीन में नहीं आता और कुछ दिनों बाद उस पर नया सयोजन हो जाता है

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें