रविवार, 26 मार्च 2017

रेल यात्रियों के लिए

रेल यात्रियों के लिए
    New Facilities
               in
          Railway
          By Modi Govt

यात्रियों टिकट विंडो पर लंबा इंतजार नहीं करना होगा।
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ट्रेन का टिकट
ट्रेन में ही मिल जाएगा।

फिलहाल सुपरफास्ट ट्रेनों में यह व्यवस्था लागू कर दी गई है

जल्द ही बाकी ट्रेनों में भी यही व्यवस्था होगी।

इसके लिए टीटीई को टिकट शीन (हैंड-हेल्ड) मिलनी शुरू हो चुकीं हैं।

                                         amazon.in                                         *रेलवे ने प्रथम चरण में सुपर फास्ट ट्रेन*

लखनऊ मेल,

गरीब रथ,

अर्चना सुपरफास्ट,

राजधानी सुपरफास्ट आदि के टीटीई को हैंड-हेल्ड मशीन दी है

मशीन रेलवे के पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (पीआरएस) सर्वर से कनेक्ट रहेगी।

इससे ट्रेन के हर कोच में खाली बर्थ और किस स्टेशन पर यात्री उतरेगा इसकी जानकारी मिलती रहेगी।

बिना टिकट लिए ट्रेन में चढ़ने वाले यात्री सीधे टीटीई सेमिलेंगे

तय किराये से दस रुपये अतिरिक्त लेकर टीटीई इसी मशीन से टिकट देंगे।

इसके अलावा मशीन के जरिये ही वेटिंग टिकट वाले मुसाफिरों को बर्थ खाली होते ही मिल जाएगी

                                    *टीटीई की मनमानी होगी खत्म*

ट्रेन छूटने की जल्दी में सवार होने वाले मुसाफ़िरों से टीटीई और स्कवायड़ के सिपाही मनमाना जुर्माना एवं रुपयों की वसूली करते हैं!

इसके साथ ही वेटिंग टिकट वाले यात्रियों को बर्थ न होने की बात कहकर बर्थ नहीं देते थे।

मगर हैंड-हेल्ड मशीन से यात्री भी अपनी बर्थ की पोजीशन देख सकेंगे।

                                                             *ट्रेन में चढ़ते ही*
टीटीई को बताना होगा
                                           amazon.in यात्री को
ट्रेन में सवार होते ही टीटीई को बताना होगा कि उसने टिकट नहीं लिया है।

मशीन से टिकट बनवाना है।

चेकिंग के दौरान यदि टीटीई ने बिना टिकट पकड़ा तो जुर्माना देना पड़ेगा

इसीलिए टीटीई को हैंड-हेल्ड मशीन दी जा रही हैं

सुपरफास्ट ट्रेनों में यात्री
सवार होने के बाद भी
टीटीई से टिकट ले सकेंगे।

                                     amazon.in                                                                                                                          नीरज शर्मा,
                                                                                                                                                                 मुख्य जनसंपर्क अधिकारी,
                                                                                                                                                                             उत्तर रेलवे।

लिख दी

बेजुबान पत्थर पे लदे है करोडो के गहने मंदिरो में।
उसी दहलीज पे एक रूपये को तरसते नन्हे हाथो को देखा है।।
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सजे थे छप्पन भोग और मेवे मूरत के आगे। 
बाहर एक फ़कीर को भूख से तड़प के मरते देखा है।।
लदी हुई है रेशमी चादरों से वो हरी मजार।
पर बाहर एक बूढ़ी अम्मा को ठंड से ठिठुरते देखा है।।
वो दे आया एक लाख गुरद्वारे में हॉल के लिए।
घर में उसको 500 रूपये के लिए काम वाली बाई को बदलते देखा है।।
सुना है चढ़ा था सलीब पे कोई दुनिया का दर्द मिटाने को।
आज चर्च में बेटे की मार से बिलखते माँ बाप को देखा है।।
जलाती रही जो अखन्ड ज्योति देसी घी की दिन रात पुजारन।
आज उसे प्रसव में कुपोषण के कारण मौत से लड़ते देखा है।।
जिसने न दी माँ बाप को भर पेट रोटी कभी जीते जी।
आज लगाते उसको भंडारे मरने के बाद देखा है।।
दे के समाज की दुहाई ब्याह दिया था  जिस बेटी को जबरन बाप ने।
आज पीटते उसी शौहर के हाथो सरे राह देखा है।।
मारा गया वो पंडित बे मौत सड़क दुर्घटना में यारो।
जिसे खुद को काल, सर्प, तारे और हाथ की लकीरो का माहिर लिखते देखा है।।
जिसे घर की एकता की देता था जमाना कभी मिसाल दोस्तों।
आज उसी आँगन में खिंचती दीवार को देखा है।।

बन्द कर दिया सांपों को सपेरे ने यह कहकर।
अब इंसान ही इंसान को डसने के काम आएगा।।

आत्म हत्या कर ली गिरगिट ने सुसाइड नोट छोडकर।
अब इंसान से ज्यादा मैं रंग नहीं बदल सकता।।
गिद्ध भी कहीं चले गए लगता है उन्होंने देख लिया कि।
इंसान हमसे अच्छा नोंचता  है।।

कुत्ते कोमा में चले गए, ये देखकर।
क्या मस्त तलवे चाटते हुए इंसान देखा है।।

बिजली चोरी के 12 तरीके लगा रहे हैं बिजली विभाग को बड़ी चपत

 बिजली चोरी के 12 तरीके लगा रहे हैं बिजली विभाग को बड़ी चपत
 बिजली चोरी को रोकने के लिए पहले मेनुअल मीटर में होने वाली छेड़छाड़ को खत्म करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक मीटर लगाए गए हैं लेकिन बिजली चोरों ने इलेक्ट्रॉनिक मीटर का भी तोड़ निकाल लिया है बिजली चोरी करने वालों को शायद इस बात की जानकारी नहीं है लेकिन अगर बिजली चोरी में पकड़े जाते हैं तो उन्हें मौजूदा बिल के साथ समन शुल्क जो की लोड पर आधारित है और अधिभार जो की अवर अभियंता के द्वारा लगाया जाता है जिसे विभाग के बाबू तैयार करते हैं           amazon.in 
1. रिमोट-- बिजली चोरी के लिए एक उपभोक्ता ने खिलौने के रिमोट से मीटर को कंट्रोल करता है ऐसे मैं जब भी बिजली विभाग के अधिकारी चेक करने आते थे वह रिमोट से मीटर चला देता था रिमोट tv का भी होता है
2. इंजेक्शन से मीटर को जमा करके-- इंजेक्शन के जरिए मीटर की स्क्रीन में एसिड डाल कर इस स्क्रीन को खराब कर देती थे जिसके चलते औसतन बिल विभाग की ओर से उपभोक्ता को भेजा जाता है    amazon.in
3. रजिस्टेंस लगाकर होती है बिजली चोरी-- मीटर में रजिस्टेंस लगाकर बिजली चोरी का तरीका काफी पुराना है लेकिन इसका प्रयोग करके लोग आज भी मीटर को धीमा करते हैं                 amazon.in
4. क्रिस लिन और पानी डाल कर पुश बटन को जाम कर देते हैं-- पुश बटन में ग्रीस लिंग और पानी डालकर उस बटन को जाम कर दिया जाता है जिसके जरिए मीटर खुल नहीं पाता था और डिस्प्ले के साथ छेड़छाड़ सामने नहीं आती है                             amazon.in
5. एक्स-रे चिप लगाकर करते हैं बिजली चोरी-- मीटर में एक्स-रे चिप के जरिए मीटर को काफी धीमा कर दिया जाता है जिससे बेल कम आता है
6. कटिया डालकर बिजली चोरी-- कटिया डालकर बिजली चोरी काफी पारंपरिक तरीका है जो आज भी कई इलाकों में अपनाई जाती है और यह abc केबल में मीटर से पहले दो पिन लगा कर या दो कीले लगाकर कटिया चलाते हैं                                  amazon.in
7. मीटर के साथ टेंपरिंग करके-- मीटर को अक्सर लोग क्षतिग्रस्त कर उसे बंद कर देते हैं बाद में उसे बदलने की अपील करते हैं जिसके बाद बिजली बिल काफी दिनों तक औसत के आधार पर दिया जाता है
8. विभाग के कर्मचारियों से मिलीभगत करके बिजली विभाग के अधिकारी कुछ पैसे की लालच में मीटर को सीलिंग में डाल देते हैं जिसके बाद बिल औसत के आधार पर आता है                amazon.in      
 9.चुंबकीय जरिए अभी भी कई इलाके ऐसे हैं जहां इलेक्ट्रॉनिक मीटर नहीं लगे हैं वहां चुंबक के जरिए मीटर को धीमा किया जाता है उदाहरण के लिए काले मीठा और और भी                        amazon.in
10. अर्थ के तार को काटकर होती है चोरी-- मीटर में लगने वाले अर्थ के तार को काटकर बीच में डिवाइस लगा दी जाती है ऐसे में मीटर की रेडिंग नहीं बढ़ती है
11. मीटर में रीडिंग छोड़ कर-- बिजली विभाग के कर्मचारी कुछ पैसे की लालच में मीटर में रीडिंग छोड़ देते हैं और उपभोक्ता से कुछ पैसे लेकर मीटर को क्षतिग्रस्त कर देते हैं या बदल देते हैं
12. मीटर को IDF,CNF कर कर-- मीटर से 30, 35 यूनिट का बिल निकालने के बाद उसे IDF कर दिया जाता है बिजली कर्मचारियों के द्वारा जिसका बिल अधिक हो जाता है उसे अपने क्षेत्र से हटाकर दूसरे के क्षेत्र में डाल देते हैं जिससे बिल उनकी मशीन में नहीं आता और कुछ दिनों बाद उस पर नया सयोजन हो जाता है