पाखंड को खंड खंड करते कुछ अनुत्तरित_प्रश्न
(1)सभी देवी देवताओ ने भारत में ही जन्म क्यों लिया?
क्यों किसी भी देवी - देवता को भारत के बाहर कोइ नही जानता ?
(2 )जितने भी देवी - देवताओ की सवारियाँ हैं.... उनमे सिर्फ वही जानवर क्यों है जो कि भारत मे ही पाये जाते है?
ऐसे जानवर क्यों नहीं जो कि सिर्फ कुछ हि देशो मे पाये जाते है, जैसे कि कंगारु, जिराफ आदि !!
(3) सभी देवी देवता हमेशा राज घरानो मे ही जन्म क्यों लेते थे ?
क्यों किसी भी देवी देवता ने किसी गरीब या शुद्र के यहा जन्म नहीं लिया?
(4) पौराणिक कथाओं मे सभी देवी देवताओ की दिनचर्या का वर्णन है... जैसे ...कि कब पार्वती ने चंदन से स्नान किया, कब गणेश के लिये लड्डु बनाये, गणेश ने कैसे लड्डु खाये.. आदि...
लेकीन जैसे हि ग्रंथो कि स्क्रीप्ट खत्म
हो गयी भगवानो कि दिनचर्या भी खत्म..
तो क्या बाद में सभी देवीदेवताऔ का देहांत हो गया ??
अब वो कहाँ है? उनकी औलादें कहाँ हैं?
(5) ग्रंथो के अनुसार पुराने समय मे सभी देवी देवताओ का पृथ्वी पर आना-जाना लगा रहता था।
जैसे कि किसी को वरदान देने या किसी पापी का सर्वनाश करने..
लेकीन अब ऐसा क्या हुआ जो देवी देवताओ ने पृथ्वी पर आना बंद
ही कर दिया??
(6) जब भी कोई पापी पाप फैलाता था तो उसका नाश करने के लिये खुद भागवान किसी राजा के यहा जन्म लेते थे .....फिर 30-35 की उम्र तक जवान होने के बाद वो पापी का नाश करते थे,
ऐसा क्यों?
पापी का नाश जब भगवान खुद ही कर रहे हैं तो 30-35 साल का इतना ज्यादा वक्त क्यो???
भगवान सीधे कुछ क्यों नही करते??
जिस प्रकार उन्होने अपने खुद के ही भक्तो का उत्तराखण्ड मे नाश किया ?
(7) अगर हिन्दू धर्म कई हज़ार साल
पुराना है, तो फिर भारत के बाहर इसका प्रचार-प्रसार क्यों नहीं हुआ और एक भारत से बाहर के धर्म “इस्लाम-ईसाई” को इतनी मान्यता कैसे हासिल
हुई?
वो आपके अपने पुरातन हिन्दू धर्म से ज़्यादा अनुयायी कैसे बना सका? हिन्दू देवी-देवता उन्हें नहीं रोक रहें??
(8) अगर हिन्दू धर्म के अनुसार एक
जीवित पत्नी के रहते, दूसरा विवाह अनुचित है, तो फिर राम के पिता दशरथ ने चार विवाह किस नीति अनुसार किये थे?
(9) अगर शिव के पुत्र गनेश की गर्दन शिव ने काट दी, तो फिर यह कैसा भगवान है??
जो उस कटी गर्दन को उसी जगह पर क्यों नहीं जोड़ सका??
क्यों एक निरपराध जानवर (हाथी) की हत्या करके उसकी गर्दन गणेश की धड़ पर लगाई?
एक इंसान के बच्चे के धड़़ पर हाथी की गर्दन कैसे फिट आ गयी?
(10) अगर हिन्दू धर्म में मांसाहार वर्जित है, तो फिर राम स्वर्णमृग (हिरन) को मारने क्यों गए थे? क्या मृग हत्या जीव हत्या नहीं है? (वे क्या आइस-पाइस खेल रहे थे???)
(11) राम अगर भगवान है, तो फिर उसको यह क्यों नहीं पता था कि रावण की नाभी में अमृत है?
अगर उसको घर का भेदी ना बताता कि रावण की नाभी में अमृत है, तो उस युद्ध में रावण कभी नहीं मारा जाता।
क्या भगवन ऐसा होता है?
(12) तुम कहते हो कि कृष्ण तुम्हारे भगवान हैं......तो क्या नहाती हुई निर्वस्त्र गोपीयों को छुपकर देखने वाला व्यक्ति, भगवान हो सकता है?
अगर ऐसा काम कोई व्यक्ति आज के दौर में करे, तो हम उसे छिछोरा-नालायक कहते हैं।
तो आप कृष्ण को भगवान क्यों कहते हो?
(13) हिन्दूओ में बलात्कारीयोंका प्रमाण अधिक क्यों होते हैं? यहाँ तक की वेवता भी बलात्कारी हैं....जैसे ब्रह्मा(सरस्वती से वैवाहिक बलात्कार)..(अहिल्या और वृंदा के संग विष्णु द्वारा छल से बलात्कार)
(14) शिव के लिंग (पेनिस) की पूजा क्यों करते हैं? क्या उनके शरीर में कोई और चीज़ पूजा के क़ाबिल नहीं?
(15) खुजराहो के मंदिरों में काम-क्रीड़ा और उत्तेजक चित्र हैं, फिर ऐसे स्थान को मंदिर क्यों कहा जाता है?
क्या काम-क्रीडा, हिन्दू धर्मानुसार पूजनीय है?
सवाल तो और भी बहुत है, लेकेन पहले इनके जवाब मिल जाये बस!
(1)सभी देवी देवताओ ने भारत में ही जन्म क्यों लिया?
क्यों किसी भी देवी - देवता को भारत के बाहर कोइ नही जानता ?
(2 )जितने भी देवी - देवताओ की सवारियाँ हैं.... उनमे सिर्फ वही जानवर क्यों है जो कि भारत मे ही पाये जाते है?
ऐसे जानवर क्यों नहीं जो कि सिर्फ कुछ हि देशो मे पाये जाते है, जैसे कि कंगारु, जिराफ आदि !!
(3) सभी देवी देवता हमेशा राज घरानो मे ही जन्म क्यों लेते थे ?
क्यों किसी भी देवी देवता ने किसी गरीब या शुद्र के यहा जन्म नहीं लिया?
(4) पौराणिक कथाओं मे सभी देवी देवताओ की दिनचर्या का वर्णन है... जैसे ...कि कब पार्वती ने चंदन से स्नान किया, कब गणेश के लिये लड्डु बनाये, गणेश ने कैसे लड्डु खाये.. आदि...
लेकीन जैसे हि ग्रंथो कि स्क्रीप्ट खत्म
हो गयी भगवानो कि दिनचर्या भी खत्म..
तो क्या बाद में सभी देवीदेवताऔ का देहांत हो गया ??
अब वो कहाँ है? उनकी औलादें कहाँ हैं?
(5) ग्रंथो के अनुसार पुराने समय मे सभी देवी देवताओ का पृथ्वी पर आना-जाना लगा रहता था।
जैसे कि किसी को वरदान देने या किसी पापी का सर्वनाश करने..
लेकीन अब ऐसा क्या हुआ जो देवी देवताओ ने पृथ्वी पर आना बंद
ही कर दिया??
(6) जब भी कोई पापी पाप फैलाता था तो उसका नाश करने के लिये खुद भागवान किसी राजा के यहा जन्म लेते थे .....फिर 30-35 की उम्र तक जवान होने के बाद वो पापी का नाश करते थे,
ऐसा क्यों?
पापी का नाश जब भगवान खुद ही कर रहे हैं तो 30-35 साल का इतना ज्यादा वक्त क्यो???
भगवान सीधे कुछ क्यों नही करते??
जिस प्रकार उन्होने अपने खुद के ही भक्तो का उत्तराखण्ड मे नाश किया ?
(7) अगर हिन्दू धर्म कई हज़ार साल
पुराना है, तो फिर भारत के बाहर इसका प्रचार-प्रसार क्यों नहीं हुआ और एक भारत से बाहर के धर्म “इस्लाम-ईसाई” को इतनी मान्यता कैसे हासिल
हुई?
वो आपके अपने पुरातन हिन्दू धर्म से ज़्यादा अनुयायी कैसे बना सका? हिन्दू देवी-देवता उन्हें नहीं रोक रहें??
(8) अगर हिन्दू धर्म के अनुसार एक
जीवित पत्नी के रहते, दूसरा विवाह अनुचित है, तो फिर राम के पिता दशरथ ने चार विवाह किस नीति अनुसार किये थे?
(9) अगर शिव के पुत्र गनेश की गर्दन शिव ने काट दी, तो फिर यह कैसा भगवान है??
जो उस कटी गर्दन को उसी जगह पर क्यों नहीं जोड़ सका??
क्यों एक निरपराध जानवर (हाथी) की हत्या करके उसकी गर्दन गणेश की धड़ पर लगाई?
एक इंसान के बच्चे के धड़़ पर हाथी की गर्दन कैसे फिट आ गयी?
(10) अगर हिन्दू धर्म में मांसाहार वर्जित है, तो फिर राम स्वर्णमृग (हिरन) को मारने क्यों गए थे? क्या मृग हत्या जीव हत्या नहीं है? (वे क्या आइस-पाइस खेल रहे थे???)
(11) राम अगर भगवान है, तो फिर उसको यह क्यों नहीं पता था कि रावण की नाभी में अमृत है?
अगर उसको घर का भेदी ना बताता कि रावण की नाभी में अमृत है, तो उस युद्ध में रावण कभी नहीं मारा जाता।
क्या भगवन ऐसा होता है?
(12) तुम कहते हो कि कृष्ण तुम्हारे भगवान हैं......तो क्या नहाती हुई निर्वस्त्र गोपीयों को छुपकर देखने वाला व्यक्ति, भगवान हो सकता है?
अगर ऐसा काम कोई व्यक्ति आज के दौर में करे, तो हम उसे छिछोरा-नालायक कहते हैं।
तो आप कृष्ण को भगवान क्यों कहते हो?
(13) हिन्दूओ में बलात्कारीयोंका प्रमाण अधिक क्यों होते हैं? यहाँ तक की वेवता भी बलात्कारी हैं....जैसे ब्रह्मा(सरस्वती से वैवाहिक बलात्कार)..(अहिल्या और वृंदा के संग विष्णु द्वारा छल से बलात्कार)
(14) शिव के लिंग (पेनिस) की पूजा क्यों करते हैं? क्या उनके शरीर में कोई और चीज़ पूजा के क़ाबिल नहीं?
(15) खुजराहो के मंदिरों में काम-क्रीड़ा और उत्तेजक चित्र हैं, फिर ऐसे स्थान को मंदिर क्यों कहा जाता है?
क्या काम-क्रीडा, हिन्दू धर्मानुसार पूजनीय है?
सवाल तो और भी बहुत है, लेकेन पहले इनके जवाब मिल जाये बस!
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